उत्तर प्रदेश बिजली विभाग भ्रट्राचार का अड्डा बना हुआ है. विभाग में अधिकारी हो या कर्मचारी बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होता. विभाग के अधिकारी अपने कर्मचारियों को भी नहीं छोड़ते हैं.
अधिकारी बिना घूस लिए कोई काम नहीं करते. विभाग की रिश्वत लेने की प्रवृति के कारण ही लखीमपुर खीरी में लाइनमैन को अपनी जान देनी पड़ी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बिजली से जुड़ा कोई काम बिना घूसखोरी के हो जाए यह संभव नहीं है. बिजली बिल सुधारवाने से लेकर नए कनेक्शन, प्राइवेट लाइन खिंचवाने से लेकर ट्रांसफार्मर लगवाने तक और विभागीय ट्रांसफर से लेकर पोस्टिंग तक हर कदम पर पैसा ही मायने रखता है. जो पैसा खर्च करता है उसके लिए इस विभाग में कोई भी काम मुश्किल नहीं है. बिना पैसे कोई काम हो जाए तो ये सपने के साकार होने जैसा है.
बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उपभोक्ताओं को शिकार बनाकर बड़े-बड़े घोटालों को अंजाम दे रहे हैं. यही नहीं विजली विभाग को भी जमकर चूना लगा रहें हैं. विभाग में पहले ऐसे तमाम घोटाले हो चुके हैं जो यह साबित करने के लिए काफी है कि ये विभाग घोटालों का विभाग है. एक दिन पहले ही लखीमपुर के जेई का जो मामला सामने आया उसने बिजली विभाग की कलई खोलकर रख दी है.
For More : VISIT