दिल्ली यूनिवर्सिटी अपनी 100वीं वर्षगांठ पर स्मारक डाक टिकट जारी करेगा


दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) अपने 100 वर्ष (100th anniversary) पूरे होने के मौके पर एक साल तक चलने वाले समारोहों की रविवार से शुरुआत करेगा और इस मौके पर स्मारक डाक टिकट, एक सिक्का और एक वेबसाइट जारी की जाएगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. रविवार को उद्घाटन समारोह दिल्ली विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया जाएगा. उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू समारोह में मुख्य अतिथि होंगे और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सम्मानित अतिथि होंगे. नायडू विश्वविद्यालय के कुलपति हैं.

डीयू के पंजीयक विकास गुप्ता ने कहा कि इस मौके पर उपराष्ट्रपति नायडू 100 रुपये का एक स्मारक सिक्का, एक स्मारक शताब्दी टिकट जारी करेंगे और एक स्मारक शताब्दी पुस्तिका का विमोचन करेंगे। इस पुस्तिका में विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक यात्रा का सचित्र विवरण होगा. उन्होंने कहा, ‘‘उपराष्ट्रपति नायडू स्नातक पाठ्यक्रम रूपरेखा (यूजीसीएफ) 2022 (हिंदी संस्करण), स्नातक पाठ्यक्रम रूपरेखा (यूजीसीएफ) 2022 (संस्कृत संस्करण), ‘दिल्ली विश्वविद्यालय : झलकियां और हाल में की गयी पहलों' और शतवर्षीय योजनाओं का संक्षिप्त ब्योरा भी प्रस्तुत करेंगे.''

उन्होंने कहा कि नायडू शताब्दी वेबसाइट भी शुरू करेंगे जो विश्वविद्यालय के इतिहास की ‘‘डिजिटल यात्रा'' के तौर पर होगी. समारोह में विश्वविद्यालय पर 100 सेकंड की डॉक्यूमेंट्री भी दिखायी जाएगी. विश्वविद्यालय ने अपनी 100वीं वर्षगांठ का अगले साल एक मई तक जश्न मनाने की योजना बनायी है। उसने इन समारोहों के लिए 10 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं.

गुप्ता ने बताया कि महज तीन कॉलेजों, 750 छात्रों, आठ विभागों और दो फैकल्टी के साथ शुरू किए गए विश्वविद्यालय में आज 90 कॉलेज के साथ ही छह लाख से अधिक छात्र, 86 विभाग, 16 फैकल्टी, 25 केंद्र और चार संस्थान हैं. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘इतने वर्षों में हमने काफी वृद्धि की है। हमने काफी सफर तय किया है और हमें कई बदलावों की उम्मीद है.''

समारोह के तौर पर विश्वविद्यालय स्नातक और परास्नातक स्तर पर बीटेक, प्रबंधन और आर्थिक पाठ्यक्रमों समेत कई नए पाठ्यक्रम भी शुरू करेगा. गुप्ता ने कहा, ‘‘शताब्दी वर्ष में हम इंजीनियरिंग फैकल्टी शुरू करने की योजना बना रहे हैं. अभी हमारे पास कोई इंजीनियरिंग फैकल्टी नहीं है. यह अब हमारा सपना है कि इंजीनियरिंग के लिए हम एक फैकल्टी बनाना चाहते हैं.''

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