दिल्ली में अप्रैल की गर्मी ने 72 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, कई इलाकों में पारा 46 डिग्री तक पहुंचा


भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि पहले से ही भीषण लू का सामना कर रही दिल्ली के कुछ इलाकों में शुक्रवार को पारा 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो पिछले 12 साल में अप्रैल महीने में सर्वाधिक तापमान था. राष्ट्रीय राजधानी में 18 अप्रैल 2010 को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. दिल्ली में 72 सालों में दूसरा सबसे गर्म अप्रैल का महीना रहा है, मौसम विभाग का कहना है कि औसत मासिक अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. इससे पहले सर्वाधिक तापमान का रिकॉर्ड अप्रैल में 29 अप्रैल 1941 को 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि सफदरजंग वेधशाला में शुक्रवार को तापमान के 0.5 से एक डिग्री तक बढ़ने की संभावना है. कुछ स्थानों पर यह 46 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच सकता है.''उन्होंने कहा कि हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में शुक्रवार को सर्वाधिक तापमान दर्ज होने का पूर्वानुमान है.

जेनामणि ने कहा कि राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में दो से चार मई के बीच हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. अधिकतम तापमान 36 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा सकता है. आईएमडी ने शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली के कई हिस्सों में लोगों को भीषण लू को लेकर आगाह करते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है.

मौसम विज्ञान विभाग, मौसम की चेतावनियों के लिए चार रंग के अलर्ट जारी करता है.‘ग्रीन अलर्ट' (कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), ‘येलो अलर्ट' (स्थिति पर नजर रखें), ‘ऑरेंज अलर्ट' (स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें) और ‘रेड अलर्ट' (स्थिति से निपटने लिए कदम उठाएं). बढ़ती गर्मी और कोयले की कमी के कारण उत्पन्न बिजली संकट के बीच दिल्ली सरकार ने बृहस्पतिवार को आगाह किया था कि मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों सहित राष्ट्रीय राजधानी में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराने में समस्या हो सकती है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार किसी तरह से दिल्ली में बिजली आपूर्ति की स्थिति से निपट रही है और देश में विद्युत संकट के समाधान के लिए त्वरित, ठोस कदम उठाने की जरूरत है. दिल्ली सरकार का कहना है कि बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए वह गर्मी के मौसम में हर दिन लगभग 100 करोड़ गैलन पीने के पानी की आपूर्ति करेगी, जबकि पहले 93.5 करोड़ गैलन पानी की आपूर्ति की जा रही थी.

आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार और रविवार को 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ही आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, हल्की बारिश और धूल भरी आंधी भी चल सकती है, जिससे लोगों को कुछ समय के लिए राहत मिलने उम्मीद है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण सोमवार से लू के कुछ हद तक थमने की उम्मीद है. एक मई की रात से उत्तर पश्चिम भारत में लू चल सकती है. आईएमडी के अनुसार, मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर गर्म हवाओं को ‘लू' घोषित किया जाता है. सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक तापमान होने पर ‘भीषण लू' की घोषणा की जाती है.

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