7th Pay Commission के आधार पर वेतन पाने वाले देशभर के केंद्रीय कर्मचारी-अधिकारी और पेंशनभोगी त्योहारों के इन दिनों में महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) और महंगाई राहत (Dearness Relief) में संधोधन का इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि कई सालों से हर साल इसी वक्त महंगाई भत्ते में संशोधन घोषित किया जाता रहा है, ताकि त्योहारों के बीच सरकारी कर्मियों के पास कुछ अतिरिक्त रकम आ जाए. इस साल भी नवरात्रि के अवसर पर DA Hike की घोषणा की प्रतीक्षा कर रहे कर्मियों को शायद बुधवार को अच्छी ख़बर मिल जाए, हालांकि फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
दरअसल, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिन्ज़ो आबे के अंतिम संस्कार में शिरकत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान में हैं, इसलिए कैबिनेट की बैठक बुधवार को उनके लौटने के बाद आयोजित की गई है. इस कैबिनेट बैठक का एजेंडा फिलहाल सार्वजनिक नहीं है, लेकिन माना जा रहा है DA Hike का मुद्दा मंज़ूरी के लिए इसके एजेंडा में हो सकता है, क्योंकि यह परम्परा पिछले बहुत-से सालों से बरकरार है. चूंकि हर साल नवरात्रि और इसके बाद लगातार आने वाले त्योहारों से पहले महंगाई भत्ते में संधोधन कर दिया जाता है, इसलिए यह मुद्दा एजेंडा में होने की संभावना काफी प्रबल है.
जानकारी के लिए बता दें कि अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI या AICPI) इस साल जनवरी और फरवरी में लगभग स्थिर रहा था, लेकिन मार्च, 2022 में इसमें बढ़ोतरी हुई थी, जिसकी वजह से माना जा रहा है कि केंद्र की सरकार एक बार फिर महंगाई भत्ता बढ़ाने का फैसला कर सकती है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में संशोधन करती है, लेकिन इस फैसले की घोषणा आमतौर पर मार्च और सितंबर में की जाती है. 31 दिसंबर, 2019 तक 7th Pay Commission के आधार पर वेतन पाने वाले सभी कर्मियों को 17 फीसदी के हिसाब से महंगाई भत्ता मिल रहा था, और उसके बाद डेढ़ साल तक कोविड के चलते इसमें कतई कोई बढ़ोतरी या संशोधन नहीं किया गया था. बाद में, जुलाई, 2021 में महंगाई भत्ते में 11 फीसदी की बढ़ोतरी कर इसे 28 फीसदी कर दिया गया था, और फिर उसके बाद अक्टूबर, 2021 में इसमें एक बार फिर 3 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी, और उसे भी 1 जुलाई, 2021 से ही लागू किया गया था, सो, सभी केंद्रीय कर्मियों को वेतन तथा पेंशनधारकों को पेंशन पर DA 1 जुलाई, 2021 से ही 31 फीसदी की दर से मिलता आ रहा था. फिर, जनवरी, 2022 में भी महंगाई भत्ते में 3 फीसदी की बढ़ोतरी की गई, जिसकी बदौलत मौजूदा वक्त में सभी केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 34 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता दिया जा रहा है.
सरकार DA यानी महंगाई भत्ते में जो भी वृद्धि घोषित करेगी, वह 1 जुलाई, 2022 से लागू होगी, और कर्मियों-पेंशनधारकों को जुलाई से लेकर फैसला लागू होने के समय तक का बकाया (Arrears) भी दिया जाएगा. अगर DA में यह बढ़ोतरी 4 फीसदी होती है, तो सातवें वेतन आयोग के आधार पर वेतन पाने वाले सभी लोगों को 18,000 रुपये की बेसिक सैलरी पर DA में 720 रुपये की बढ़ोतरी हासिल होगी, और मूल वेतन 25,000 होने पर यह बढ़ोतरी 1,000 रुपये प्रतिमाह हो जाएगी. इसी तरह, 50,000 मूल वेतन पाने वालों तो 2,000 रुपये प्रतिमाह का लाभ होगा, और मूल वेतन, यानी बेसिक सैलरी 1,00,000 रुपये पाने वालो को महंगाई भत्ते में 4 फीसदी वृद्धि होने के बाद कुल वेतन में 4,000 रुपये का फायदा हासिल होगा.
लेकिन अगर यह वृद्धि 5 फीसदी होती है, तो सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के मुताबिक, आपकी बेसिक सैलरी 18,000 रुपये होने की स्थिति में आपके DA में 900 रुपये का इजाफा होगा, जो सालाना 10,800 रुपये बनेगा. अगर आपका मूल वेतन 25,000 है, तो आपको 1,250 रुपये प्रतिमाह या 15,000 रुपये सालाना का लाभ मिलेगा. इसी तरह यदि आपका मूल वेतन 50,000 रुपये है, तो आपको कुल वेतन में 2,500 रुपये प्रतिमाह अथवा 30,000 प्रतिवर्ष की वृद्धि हासिल होगी, और अगर आपका मूल वेतन, यानी बेसिक सैलरी 1,00,000 रुपये है, तो महंगाई भत्ते में की गई 5 फीसदी वृद्धि के बाद कुल वेतन में 5,000 रुपये माहाना या 60,000 रुपये सालाना का इज़ाफ़ा हो जाएगा.
For More : VISIT