गर्मी में खिड़की खोलकर सोते हैं? पूरी रात मच्छर भगाने में तो नहीं गुजर जाती? जानिए कैसे बचें?


गर्मी आते ही बिजली की कटौती बढ़ जाती है। हम गर्मी से बचने के लिए या तो खिड़की खोल देते हैं या छत पर भागते हैं। शाम को जब आप घर की खिड़की खोलते हैं तो मच्छरों की टीम धीरे से कमरे में एंट्री ले लेती हैं। और फिर मौका पाते ही मच्छरों का हमला शुरू हो जाता है। ऐसे में मच्छर काट-काटकर बुरा हाल कर देते हैं। मच्छरों से बचाव जरूरी है, वरना कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है।

घर में मच्छर न आएं या आ गए हैं तो आपको न काटें, इसके लिए क्या करें?

कपूर- रात में मच्छर परेशान करते हैं तो कपूर का इस्तेमाल करें। अपने कमरे में कपूर जलाकर 15-20 मिनट तक छोड़ दें। थोड़ी देर में मच्छर भाग जाएंगे।

नीम का तेल- नीम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम और नारियल के तेल को बराबर मात्रा में मिला लें। इसे अपनी बॉडी में लगा लें। लगभग 8 घंटे तक आपको मच्छर नहीं काटेंगे।

नीलगिरी का तेल- अगर दिन में मच्छर काटते हैं तो नीलगिरी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीलगिरी और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर शरीर में लगा लें। इसकी गंध से मच्छर आपके करीब भी नहीं आएंगे।

लहसुन- लहसुन के इस्तेमाल से मच्छरों की घर के अंदर एंट्री ही नहीं होगी। सबसे पहले लहसुन को पीस लें और पानी में उबाल लें। इस पानी को घर के हर कोने में छिड़क दें। इसकी गंध से मच्छर अंदर नहीं आएंगे।

लैवेंडर- लैवेंडर की खुशबू बहुत तेज होती है, जिससे मच्छर आसपास नहीं आते हैं। आप घर में लैवेंडर वाला रूम फ्रेशनर डाल सकते हैं।

आपको कौन से मच्छर काटते हैं और क्यों?

सिर्फ फीमेल मच्छर ही इंसानों को काटते हैं और उनका खून पीते हैं, क्योंकि उन्हें अपनी जनसंख्या बढ़ाने के लिए अपने शरीर में अंडे बनाने होते हैं। इन अंडों के लिए इंसानों के खून में मौजूद पोषक तत्वों की जरूरत होती है। एक फीमेल मच्छर एक बार में 30 से 300 अंडे दे सकती है। दोबारा इतने ही अंडे देने के लिए फिर से इंसानी खून पीने की जरूरत पड़ती है।

दूसरों की तुलना में आपको मच्छर ज्यादा काटते हैं? इसके क्या कारण हैं

कार्बन डाईऑक्साइड

आप जब सांस छोड़ते हैं तो आपके शरीर से कार्बन डाईऑक्साइड गैस बाहर आती है। कार्बन डाईऑक्साइड की गंध से मच्छर इंसानों की तरफ बहुत तेजी से आकर्षित होते हैं। फीमेल मच्छर अपनी 'सेंसिंग ऑर्गेन्स' से कार्बन डाईऑक्साइड की गंध पहचान लेती है।

प्रेग्नेंट महिलाएं

प्रेग्नेंट महिलाओं को मच्छर दूसरों की तुलना में ज्यादा काटते हैं। प्रेग्नेंट महिलाएं सामान्य इंसान की तुलना में 20% ज्यादा कार्बन डाईऑक्साइड रिलीज करती हैं।

ब्लड ग्रुप

जापान के रिसर्चर बता चुके हैं कि 'O' और ‘A’ ब्लड ग्रुप के लोगों की तरफ मच्छर सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा आकर्षित होते हैं। इनके खून में कुछ खास प्रकार के तत्व पाए जाते हैं, जो मच्छरों को आकर्षित करते हैं।

पसीना

इंसान का पसीना और लैक्टिक एसिड मच्छरों को काफी पसंद होता है। इसलिए ऑफिस से लौटने, वर्कआउट पूरा करने या बाहर थककर बैठने पर मच्छर काटते हैं।

बीयर पीने वाले

फ्रांस की IRD रिसर्च केंद्र के वैज्ञानिकों के मुताबिक जो लोग बीयर पीते हैं, मच्छरों को उनका खून काफी अच्छा लगता है। इसलिए या तो इसे न पिएं या फिर पार्टी के वक्त पंखों और कूलर की व्यवस्था करें।

क्या आपको पता है?

दुनियाभर में मच्छरों से होने वाली बीमारियों की वजह से 10 लाख से ज्यादा लोग हर साल अपनी जान गंवा देते हैं।

मच्छरों के काटने से होने वाली कुछ बीमारियां...

मलेरिया
चिकनगुनिया
येलो फीवर
जीका वायरस
डेंगू
चलते-चलते जान लेते हैं कि मच्छर के काटने से ज्यादा खुजली क्यों होती है?

जब मच्छर आपको काटता है तो शरीर में अपना लार छोड़ता है। इंसानों के शरीर का अपना इम्यून सिस्टम होता है, जो किसी बाहरी चीज के अंदर आने से रिएक्ट करता है। मच्छर के लार को आपका शरीर केमिकल की तरह लेता है। इसलिए इम्यून सिस्टम इसे तुरंत शरीर से बाहर निकालने का फैसला लेता है और ये मैसेज दिमाग को देता है। इस रिएक्शन की वजह से ही खुजली होती है।

For More : VISIT


Previous Post Next Post