भारत में कंपनियां 2023 में 10 प्रतिशत वेतन बढ़ा सकती हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियां श्रम बाजार में सख्त स्थितियों से जूझ रही हैं. वैश्विक सलाहकार, ब्रोकिंग और समाधान सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी विलिस टावर्स वाटसन की वेतन बजट योजना रिपोर्ट में पाया गया कि भारत में कंपनियां 2022-23 के दौरान 10 प्रतिशत वेतन बढ़ाने के लिए बजटीय व्यवस्था कर रही हैं. पिछले साल में वास्तविक वेतन वृद्धि 9.5 प्रतिशत थी.
रिपोर्ट के अनुसार भारत में आधे से अधिक (58 प्रतिशत) नियोक्ताओं ने पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के लिए अधिक वेतन वृद्धि का बजट रखा है. इनमें से एक चौथाई (24.4 प्रतिशत) ने बजट में कोई बदलाव नहीं किया.
रिपोर्ट में कहा गया कि 2021-22 की तुलना में केवल 5.4 प्रतिशत ने बजट कम किया है.
रिपोर्ट के मुताबिक एशिया प्रशांत (एपीएसी) क्षेत्र में सबसे अधिक वेतन वृद्धि भारत में होगी. अगले साल चीन में छह फीसदी, हांगकांग और सिंगापुर में चार फीसदी वेतन बढ़ेगा.
रिपोर्ट अप्रैल और मई 2022 में 168 देशों में किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है. भारत में 590 कंपनियों से बात की गई.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की लगभग 42 फीसदी कंपनियों ने अगले 12 महीनों में पॉजिटिव बिजनेस रेवेन्यू आउटलुक का अनुमान जताया है. वहीं 7.2 फीसदी ने निगेटिव आउटलुक दिया है.
अगले 12 महीनों में किन सेक्टरों में सबसे ज्यादा रिक्रूटमेंट हो सकती है, इस बारे में में इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आईटी सेक्टर (65.5 प्रतिशत), इंजीनियरिंग (52.9 प्रतिशत), सेल्स (35.4 प्रतिशत), तकनीकी दक्षता मांगने वाले व्यापार (32.5 प्रतिशत) और वित्त (17.5 फीसदी) सबसे ज्यादा मांग में रहेंगे.
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